Sufiyana3, Hazrat Muhammad
571ई. असहाबे फ़ील के वाकिये के 55 दिन बाद, मौसमे बहार में 12 रबीउल अव्वल मुताबिक 20 अप्रैल को बरोज़ पीर, सुबह फजर के वक्त मक्का में आपकी विलादत हुई। आपके दादा हज़रत अब्दुल मुत्तलिब ने आपका नाम मुहम्मदﷺ रखा। आपके वालिद (अब्बाहुजूर) हज़रत अब्दुल्लाहؓ का पहले ही वफ़ात हो...
Sufiyana3, Hazrat Muhammad
(ईद मिलाद स्पेशल) या साहेबल जमाल व या सय्यदिल क़मर मिउंवजहेकल मुनीरो लक़द नव्वरूल क़मर लायुमकेनश शनाओ कमा काना हक़्क़हू बाद अज़ ख़ुदा बुजूर्ग तुई कि़स्सा मुख़्तसर ऐ साहेबे जमाल! और आदमियों के सरदार! आप ही के रूए मुबारक के अनवार से चांद रौशन है। आपकी सारी तारीफ़ें बयान...