जो बंदा अल्लाह के अलावा किसी और शय से डरता है तो अल्लाह उस पर रहमत व बरकत का दरवाज़ा बंद कर देता है और उसके डर को और बढ़ा देता है। बंदे की दहशत का ये आलम होता है कि वो हर किसी पर शक करने लगता है