Home4 मुर्शिद (आध्यात्मिक गुरू) की जरूरत क्यों है? चार तरकी ताज ऐलाने नबूवत के पहले ह. अबुबक्र सिददीक़ रज़ी. और तसव्वुफ शरीअ़त तरीक़त हक़ीक़त मारफ़त मुरीद का मतलब क्या? खुदा का ज़िक्र – Khuda Ka Zikr 1 तु राज़ी रह मेरे मालिक… Ramadan ke Gunahgar महफिल ए समा – 1 बिगड़ी बनाओ मक्की मदनी Bigdi Banao Makki Madni Ramadan ke 13 Huruf लज़्ज़ते याद मुर्शिद से इश्क लड़ा कर तो देखो Istekhara Kaise Karein? मी रक़्सम-Me Raksam ………. 114 Surah Nas इश्क़ (दर्से मसनवी) मुरीद होना (बैअ़त होना) Dua e Qunoot in Hindi, English, Arabic, Urdu 4 Faith Load More