पांच चिश्त

हेरात के पास एक कस्बे का नाम चिश्त है। हज़रत अबू इसहाक़ शामी चिश्तीؓ की रूहानी मौजूदगी से ये कस्बा रूहानियत का मरकज़ बन गया। आप पहले बुजूर्ग हैं जिनके नाम के आगे चिश्ती लगा। आपके बाद इस सिलसिले आलिया के पांच जलीलुल कद्र मशायख, चिश्त ही में रहे। इन्हें पांच चिश्त कहा जाता है। ये हैं. हज़रत सैय्यद अहमद अब्दाल चिश्तीؓ, हज़रत ख़्वाजा मुहम्मद मोहर्रम चिश्तीؓ, हज़रत नासीरुद्दीन अबूयूसफु चिश्तीؓ, हज़रत ख़्वाजा सैय्यद मौदूद चिश्तीؓ व हज़रत सैय्यद शरीफ़ ज़न्दनीؓ। लेकिन सिलसिलए चिश्ती को हज़रत ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्तीؓ के नाम से जाना जाता है।

चिश्ती निस्बत की खासियत

निस्बते चिश्तिया यानी निस्बते इशि्क़या। बिल्कुल इन्सानी फि़तरत के मुताबिक है। यही इसकी कामयाबी व उरुजि़यत की वजह है। क्योंकि क़ल्ब में ‘‘मैंने इन्सान में अपनी रूह फूंकी (कुरान 38:82)’’ और ‘‘मोमीन वो है जो शिद्दत से अल्लाह से मुहब्बत करता है (कुरान 2:165)’’ के मुताबिक़, इश्क़े इलाही कूट कूट कर भरा हुआ है। इसी वजह से चिश्ती लोग अक्सर केसरिया रंग के कपड़े पहनते हैं, जो आग का रंग है, इश्क़ की आग का। आज चिश्ती सिलसिले की बुलंदी किसी से छिपी नहीं। बल्कि दिगर सिलसिलों में ‘चिश्ती रंग’ साफ तौर पर देखा जा सकता है। और ये सब ख़्वाजा ग़रीबनवाज़ؓ की रूहानियत की वजह से है।

सिलसिल ए तरीक़त

हज़रत ख़्वाजा ग़रीबनवाज़ؓ
हज़रत ख़्वाजा उस्मान हारूनीؓ
हज़रत सैय्यद शरीफ़ जि़न्दनीؓ
हज़रत ख़्वाजा सैय्यद मौदूद चिश्तीؓ
हज़रत नासीरुद्दीन अबूयूसफु चिश्तीؓ
हज़रत ख़्वाजा मुहम्मद मोहर्रम चिश्तीؓ
हज़रत सैय्यद अहमद अब्दाल चिश्तीؓ
हज़रत अबू इसहाक़ शामी चिश्तीؓ
हज़रत मुमशाद अली दीनवरी चिश्तीؓ
हज़रत अमीनुद्दीन अबू हबीरा बसरीؓ
हज़रत ख़्वाजा सैय्यद हुज़फै़ा मरअ़शीؓ
हज़रत सुल्तान इब्राहीम अदहम बल्ख़ीؓ
हज़रत जमालुद्दीन फुज़ैल बिन अयाज़ؓ
हज़रत ख़्वाजा वाहिद बिन ज़ैदؓ
हज़रत ख़्वाजा हसन बसरीؓ
हज़रत इमाम मौला अलीؓ
हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ाﷺ

नस्ब नामा पिदरी (पैतृक वंशावली)

हज़रत ख़्वाजा ग़रीबनवाज़ؓ
हज़रत ग़यासुद्दीनؓ
हज़रत नजमुद्दीन ताहिरؓ
हज़रत सय्यद इब्राहीमؓ
हज़रत सय्यद इदरीसؓ
हज़रत इमाम काजि़मؓ
हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ؓ
हज़रत इमाम बाक़रؓ
हज़रत इमाम ज़ैनुल आबेदीनؓ
हज़रत इमाम हुसैनؓ
हज़रत इमाम मौला अलीؓ

नस्ब नामा मादरी (मातृक वंशावली)

हज़रत ख़्वाजा ग़रीबनवाज़ؓ
हज़रत बीबी उम्मुल विदाअؓ
हज़रत सय्यद दाउदؓ
हज़रत सय्यद अब्दुल्लाहؓ
हज़रत सय्यद ज़ाहिदؓ
हज़रत मुहम्मद मोरिसؓ
हज़रत सय्यद दाउदؓ
हज़रत सय्यद मूसाؓ
हज़रत अब्दुल्लाह मख़्फ़ीؓ
हज़रत हसन मसनीؓ
हज़रत इमाम हसनؓ
हज़रत इमाम मौला अलीؓ