अशरफ़े अंबिया…
अशरफ़े अंबिया, शाहे ख़ैरूल अनाम, तुमपे लाखों दरूद और लाखों सलाम। नूरे खल्लाके कौनो मकां हो दवाम,...
Read Moreअशरफ़े अंबिया, शाहे ख़ैरूल अनाम, तुमपे लाखों दरूद और लाखों सलाम। नूरे खल्लाके कौनो मकां हो दवाम,...
Read Moreमैं मली, तन मेरा मैला, किरपा करो सरकार। नज़रे करम सरकार, या मुहम्मद ﷺ… सरपे उठाकर पाप की...
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